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अमल कुमार - राजनीतिक पार्टियों द्वारा चुनाव में मुफ़्त की रेवड़ियों की घोषणा अनैतिक

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  • January-22-2025

पार्टी (आसा) के राष्ट्रीय महासचिव अमल कुमार ने कहा चुनावी मौसम में राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपने-अपने मेनिफेस्टो में जिस प्रकार से मुफ्त की रेवडियों की घोषणा करके मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिशें की जा रही हैं यह बहुत ही दुभाग्यपूर्ण है। अमल कुमार ने कहा कि सत्तापक्ष हो या विपक्ष अपनी-अपनी विफलता को छुपाने के लिए इस तरह की योजना लाकर भोली-भाली जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ कर रही है। 'आसा' के राष्ट्रीय महासचिव श्री अमल ने कहा कि आज दिल्ली की हालत सभी के सामने है। न तो सरकार जनता को साफ पानी मुहैया करा रही है और न ही साफ-सफाई की कोई व्यवस्था है। पूरा शहर कूड़े के ढेर में आपको नजर आयेगा । अमल ने कहा कि जिस तरह से तीन बड़ी पार्टियों आप, कांग्रेस और बीजेपी का मेनिफेस्टों सामने आया है। तीनों दलों ने मुफ्त की रेवड़ियों का एलान किया है ये एक बस अपनी-अपनी नाकामी को छुपाने का जीता जागता सबूत है।


पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलान किया कि अगर दिल्ली में उनकी सरकार बनती है तो वह महिलाओं को 2100 रुपये की मासिक मदद उपलब्ध कराएंगे। पहले उन्होंने 1000 रुपये देने का वादा किया था। फिर चुनाव जीतने के बाद 2100 रुपये करने की घोषणा की। इसी प्रकार बीजेपी ने आप से एक कदम आगे बढ़ते हुए दिल्ली की महिलाओं 2500 रुपये हर माह देने का एलान किया है। इसके अलावा महिलाओं 500 सौ रुपये में गैस सिलेंडर और होली- दीपावली पर दो मुफ्त सिलेंडर का भी वादा किया। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को 21 हजार रुपये नकद देने का एलान किया।


कांग्रेस अपनी खोई जमीन पाने के लिए कई चुनावी घोषणाएं की। पार्टी ने बेरोजगार युवकों को 8500 रुपये हर महीने देने की बात कही। इसके साथ ही उन्हें एक साल की अप्रेंटिसशिप पर उपलब्ध कराई जाएगी। अमल कुमार ने कहा कि यह सब देखने के बाद ऐसा लगता है कि चुनाव किस प्रकार से एक व्यापार का बाजार बनता जा रहा है। आसा' के राष्ट्रीय महासचिव अमल कुमार ने कहा कि 'आसा' के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री आसीपी सिंह के नेतृत्व में जो अलख 'आसा' के रुप में जलाई गई है वह इन रिवाजों को जड़ से खत्म करेगी और देश हित में क्या है, समाज हित में क्या है और जनता के हित में क्या भला है जैसे मुद्दे को उजागर करके मैदान में उतरेगी और समाज कल्याण को आगे बढ़ायेगी। आखिर में अमल कुमार ने कहा कि सरकार और न्यायपालिका मिलकर इन मुफ्त की रेवड़ियों की परंपरा पर रोक लगाये। ताकि देश में चुनाव में बेरोजगारी, स्वास्थ, शिक्षा, बिजली, पानी एवं सड़क जैसे मुद्दों के साथ लड़ा जाये।


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नमस्कार, मैं अमल कुमार आपके क्षेत्र का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.

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